Monday, August 8, 2016

श्री जसनाथ जी महाराज के 36 नियम

 श्री जसनाथ जी महाराज के ३६ नियम
नेम छत्तीस हि धर्म के , कहे गुरु जसनाथ |
या विध धर्म सुधारसी , भव सागर तिरजात ||
jasanath ji 36 rules

1. जो कोई जात हुए जसनाथी |
2. उत्तम करणी राखो आछी ||
3. राह चलो धर्म अपना रखो |
4. भूख मरो पण जीव न भखो ||
5. शील स्नान सांवरी सूरत |
6. जोत पाठ परमेश्वर मूरत ||
7. होम जाप अग्नि सुर पूजा |
8. अन्य देव मत मानो दूजा ||
9. ऐंठे मुख से फूंक न दीजो |
10. निकम्मी बात कालमत कीजो ||
11. मुख से राम नाम गुण लीजो |
12. शिव शंकर को ध्यान धरीजो ||
13. कन्या दाम कदे नहीं लीजो |
14. ब्याज वसे वो दूर करीजो ||
15. गुरू की आशा विसवंत बांटो |
16. काया लगे नहीं अग्नि कांटो ||
17. हूको तमाखु पीजे नाहीं |
18. लसन अरि भांग दूर हटाई ||
19. साटिये सोदा वर्जित ताई|
20. बेल बढ़ावन पावे नाहीं ||
21. मृगां वन में रखत कराई |
22. घेटा बकरा थाट सवाई ||
23. दया धर्म सदा ही मन भाई |
24. घर आया सतकार सदाई ||
25. भूरी जटा सिर पर रखीजे |
26. गुरु मंत्र हृदय में धरीजे ||
27. देही भोम समाधी लीजे |
28. दूध नीर नित्य छाण रखीजे ||
29. निंदा कूड़ कटक नहीं कीजे |
30. चोरी जारी पर हर दीजे ||
31. रजश्वाला नारी दूर करीजे |
32. हाथ उसका जल नहीं लीजे ||
33. काला पानी पीजे नाहीं |
34. नाम उसी का लीजे नाहीं||
35. दस दिन सूतक पाले भाई|
36. कुल की काट करीजे नाहीं ||

प्रिय भक्तो , is post me mene jasanath ke 36 niyam ka pura varnan kai hai.

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