Monday, August 8, 2016

श्री जसनाथ जी महाराज की आरती [ Shri Jasanath Ji Aarti ]

आदेश  मित्र्रो

श्री जसनाथ जी महाराज के इस  ब्लॉग में आपका स्वागत है. आज इस पोस्ट में मै श्री जसनाथ जी महाराज की आरती लिख रहा हु. कृपया इस आरती को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
Hello friends. How are you.
श्री जसनाथ जी के ३६ नियम यहाँ से पढ़ सकते है
Today i am going to share an awesome post on shri jasanath ji maharaj aarti. Lets start.


ॐ जय श्री जसनाथा, स्वामी जय श्री जसनाथा ।
बार-बार आदेश, नमन करत माथा ।।ॐ
तुम जसनाथ सिद्धेश्वर स्वामी मात तात भ्राता ।
अजय अखंड अगोचर , भक्तन के त्राता ।।ॐ
धर्म सुधारण पाप विडारण, भागथली आता ।
अविचल आसन गोरख , गुरु के गुण गाता ।।ॐ
परमहंस परिपूर्ण ज्ञानी ,परमोन्नती करता ।
ब्रह्म तपो बल योगी , करमवीर धरता ।।ॐ
जाल वृक्ष अति उत्तम सुन्दर , शांत सुखद छाता ।
योग युक्त जसनाथ विराजे , मन मोहन दाता ।।ॐ
श्री हांसो जी चंवर दुलावत, नमन करत पाला ।
हरोजी करत आरती गुरु के गुण गाता ।।ॐ
भक्त्त लोग सब गावत , जोड़ जुगल हाथा ।
सुवरण थाल आरती ,करत रुपांदे माता ।।ॐ
सुर नर मुनि जन जसवंत गावत , ध्यावत नव नाथा ।
सिद्ध चौरासी योगी , जसवंत मन राता ।।ॐ
जतमत योगी जगत वियोगी , प्रेम युक्त ध्याता ।
सूर्य ज्योतिमय दिव्य रूप के , शुभ दर्शन पाता ।।

1 comment: